आजकल लोग अधिकांशतः अप्राकृतिक या कृत्रिम आहार लेते हैं।
2.
कृत्रिम आहार दोषपूर्ण है और शरीर को रोगी करता है।
3.
कृत्रिम आहार शरीर को कोई भी ऊर्जा या शक्ति नहीं देते।
4.
कृत्रिम आहार पर पलने वाले बच्चों को काफी ज्यादा देखभाल की
5.
परपोषी कीटों (चने की सुण्डी) को प्रयोगशाला में कृत्रिम आहार पर बहुसंख्या में पाला जाता है।
6.
इसे ठीक करने के लिए एक आसान रास्ता चाहते हैं, लेकिन कृत्रिम आहार दमन दवाओं के लिए
7.
वैज्ञानिकों ने मोटापा कम करने वाले फाइबर की 60 क़िस्मों का असर जानने के लिए एक ‘ कृत्रिम आहार नली ' का इस्तमाल किया.
8.
मत्स्य पालन के क्षेत्र में जलीय प्रबंधन और कृत्रिम आहार की प्रमुख भूमिका होती है | यद्यपि इनका उपयोग जलाशय की विशाल जल राशियों में नहीं किया जा सकता
9.
संस्थान ने पूसा चना गहीय यंत्र, लेपिडोक्टेरन नाशकजीवों (विशेषकर हैलिकोवर्पा आर्मीजेरा, स्पोडोप्टेरा लिटुरा और इएरिअस विटेला) को बड़े पैमाने पर पालने के लिए कृत्रिम आहार की संरचना व उसकी क्रियाविधि; बीजोपचार के लिए ट्राइकोडर्मा हारजिएनम (भा.कृ.अ.सं.पी-4) जैव संरूप पूसा 5 एस डी-और ट्राइकोडर्मा हारजिएनम (भा.कृ.अ.सं.पी-4) के लिए पूसा बायो-पैलेट जो एक जैव संरूप है, मृदा में अनुप्रयोग के लिए;